मेरे घर से एक सड़क दौड़ते हुए पहुँच गई चौराहे पर! मेरे घर से एक सड़क दौड़ते हुए पहुँच गई चौराहे पर!
अपनी अनोखी छटा बिखरे प्रकृति ओर भी मनोहर लगने लगी है। अपनी अनोखी छटा बिखरे प्रकृति ओर भी मनोहर लगने लगी है।
एक लार्वा की कहानी जिसका समय के साथ- साथ रूप एवं लक्षणों में परिवर्तन हो जाता है। एक लार्वा की कहानी जिसका समय के साथ- साथ रूप एवं लक्षणों में परिवर्तन हो जाता...
न हो इनके जीवन में दुख की रातें न हो इनकी नम आँखें। न हो इनके जीवन में दुख की रातें न हो इनकी नम आँखें।
हाथों की चूड़ी हाथों की मेहंदी सभी का ध्यान इस ओर है। हाथों की चूड़ी हाथों की मेहंदी सभी का ध्यान इस ओर है।
एहसास दिला रही थी अपने संग संग बहती हवा के झोकों का। एहसास दिला रही थी अपने संग संग बहती हवा के झोकों का।